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Video- पुलिस कस्टडी से भागे युवक ने लगाई फांसी, आईजी ने टीआई, विनीत दुबे व 2 एसआई समेत 5 पुलिसकर्मी को किया सस्पेंड

Police हिरासत से भागकर युवक कीआत्महत्या मामले में कार्रवाई,कोतवाली प्रभारी विनीत दुबे समेत 5 पुलिसकर्मी Suspend

पुलिस कस्टडी से भागे युवक ने लगाई फांसी, आईजी ने टीआई, विनीत दुबे व 2 एसआई समेत 5 पुलिसकर्मी को किया सस्पेंड
5 policemen suspended : विभागीय जांच के भी दिए आदेश, साइबर सेल में पूछताछ के दौरान पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था चोरी का आरोपी

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युवक से जुर्म कबूल कराने के लिए प्रताड़ित किये जाने का भी हो सकता है मामला….?

आखिर अभिरक्षा से भागकर फांसी लगाकर क्यों किया गया आत्महत्या…?

आईजी सरगुजा ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कर्मियों को तत्काल निलंबित कर बैठाई गयी जांच।

राजन सिंह चौहान

अंबिकापुर. चोरी के आरोपी में हिरासत में लिए गए अभियुक्त ने रविवार की रात पुलिस को चकमा दिया और फरार हो गया था। पुलिस जब तक उसे ढंूढ पाती, इससे पहले ही उसने फांसी लगाकर आत्महत्या (Man suicide in custody) कर ली थी।

इस मामले में आईजी ने कोतवाली टीआई विनीत दुबे, एसआई प्रियेश जॉन, मनीष यादव, आरक्षक दीनदयाल सिंह व लक्ष्मण राम को सस्पेंड (5 policemen suspended) कर दिया है। उन्होंने इनके खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं। आईजी ने माना कि इस मामले में पुलिस ने चूक हुई है।

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गौरतलब है कि सूरजपुर जिले के भटगांव थानांतर्गत ग्राम सलका-अधिना निवासी पंकज बेक पिता अमीरसाय बेक 30 वर्ष गांधीनगर स्थित किराए के मकान में तथा चिरमिरी के बरतुंगा निवासी इमरान महामाया रोड में किराए के मकान में रहते थे। दोनों शहर के चोपड़ापारा स्थित शानू वर्मा के ग्लोबल इंफोटेक में मैकेनिक थे।

27 जून को दोनों कुंडला सिटी निवासी व्यवसायी तनवीर सिंह के घर सीसीटीवी में सुधार कार्य करने गए थे। काम खत्म करने के बाद दोनों लौट गए। इधर व्यवसायी ने बेडरूम की अलमारी खोली तो उसमें रखे 13 लाख रुपए गायब थे। इसकी शिकायत उसने 11 जुलाई को कोतवाली में दर्ज कराई थी।

पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने चोरी की बात स्वीकार कर ली थी। इधर आरोपी पंकज बेक ने रविवार की रात 11.45 बजे वह ड्यूटी में पदस्थ आरक्षक को उल्टी व लघुशंका के बहाने चकमा देकर भाग निकला और वहां से करीब 300 मीटर दूर डॉ. परमार के हॉस्पिटल परिसर में लगे विंडो कूलर के पाइप में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस पीछा करते हुए रात करीब 1.15 बजे वहां पहुंची तो उसकी लाश मिली।

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आईजी ने माना- पुलिस से हुई बहुत बड़ी चूक

           केसी अग्रवाल- आईजी सरगुजा

पुलिस कस्टडी से भागकर युवक द्वारा फांसी लगा लिए जाने के मामले में आईजी ने इसे पुलिस की चूक मानी है। उन्होंने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए कोतवाली टीआई, 2 एसआई व 2 आरक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही उन्होंने मामले में विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं।

पोस्टमार्टम के बाद परिजन घर ले जा रहे थे शव लेकिन भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने रास्ते में रोक कर सड़क पर किया प्रदर्शन

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पुलिस हिरासत से भागकर चोरी के अभियुक्त द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide in police custody) के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पीएम पश्चात युवक के परिजन शव लेकर घर जा रहे थे, इसी बीच भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने उन्हें बीच रास्ते से वापस बुला लिया, फिर उन्होंने बनारस मार्ग पर शव रखकर पुलिस विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

उन्होंने शव (Suicide in police custody) का फिर से पीएम कराने, मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा या नौकरी सहित अन्य मांगों को लेकर करीब 2 घंटे तक चक्काजाम कर दिया। इस दौरान मृतक की पत्नी, माता-पिता, भाई-बहन व ग्रामीण भी मौजूद रहे।

बाद में एसडीएम द्वारा तात्कालिक सहायता राशि के रूप में 50 हजार रुपए दिए जाने के बाद आंदोलन समाप्त हुआ। गौरतलब है कि इस मामले में आईजी ने टीआई, 2 एसआई समेत 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।

गौरतलब है कि 13 लाख रुपए चोरी के आरोप में पुलिस ने भटगांव थानांतर्गत ग्राम सलका-अधिना निवासी पंकज बेक पिता अमीरसाय 30 वर्ष को रविवार की दोपहर हिरासत (Suicide in police custody) में लिया था। रात में वह साइबर सेल स्थित हिरासत से भाग निकला था और डॉ. परमार के हॉस्पिटल के विंडो कूलर में पाइप के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

मामले में मजिस्ट्रेट्स की उपस्थिति में शव का पीएम (Suicide in police custody) कराकर परिजनों को सौंप दिया गया था। परिजन शव लेकर लटोरी पहुंच चुके थे। इसी बीच भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया व भाजयुमो जिलाध्यक्ष निश्चल प्रताप सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अस्पताल पहुंचकर पहले हंगामा किया फिर शव को वापस भगवानपुर तक मंगाया।

इसके बाद बनारस मार्ग (Banaras road jammed) पर शव रखकर उन्होंने पुलिस विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने पुलिस द्वारा हिरासत में उससे काफी मारपीट करने का आरोप लगाते हुए फिर से शव का पीएम कराने की मांग की। इस दौरान सरगुजा के प्रभारी एसपी टीआर कोशिमा, सूरजपुर एसपी जीएस जायसवाल समेत दोनों जिले के पुलिस बल की मौजूदगी रही।

50 लाख मुआवजे की मांग
भाजपाइयों (BJP) ने मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा या नौकरी देने की मांग की। इसके अलावा न्यायिक जांच करने, दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने की भी मांग की। इस पर एसडीएम ने तात्कालिक सहायता राशि के रूप में मृतक के परिजनों को 50 हजार रुपए प्रदान किए।

वहीं सरगुजा के प्रभारी एसपी व सूरजपुर एसपी ने आंदोलनकारियों से कहा कि शव का पीएम न्यायिक मजिस्ट्रेट्स की उपस्थिति में किया गया है, इसलिए शंका का कोई सवाल ही नहीं है। इसके बाद उन्होंने आंदोलन समाप्त कर दिया।

आईजी सरगुजा- के सी अग्रवाल देखें video/

दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
आंदोलन समाप्त होने के बाद परिजन शव को गृहग्राम ले गए। यहां गमगीन माहौल में शाम को उसका अंतिम संस्कार (Funeral) किया गया। मृतक के परिवार में उसके माता-पिता व छोटे भाई-बहन के अलावा पत्नी व 2 बच्चे भी हैं।

आंदोलन के दौरान सभी मौके पर मौजूद थे। इस दौरान पत्नी शव से लिपटकर बिलखती रही। पति की मौत से वह जहां सदमे में है वहीं मासूम पुत्र-पुत्री के सिर से पिता का साया उठ गया है।

Suicide in police custody : पोस्टमार्टम के बाद परिजन घर ले जा रहे थे शव लेकिन भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने रास्ते में रोक कर सड़क पर किया प्रदर्शन

स गकर चोरी के अभियुक्त द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide in police custody) के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पीएम पश्चात युवक के परिजन शव लेकर घर जा रहे थे, इसी बीच भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने उन्हें बीच रास्ते से वापस बुला लिया, फिर उन्होंने बनारस मार्ग पर शव रखकर पुलिस विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

उन्होंने शव (Suicide in police custody) का फिर से पीएम कराने, मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा या नौकरी सहित अन्य मांगों को लेकर करीब 2 घंटे तक चक्काजाम कर दिया। इस दौरान मृतक की पत्नी, माता-पिता, भाई-बहन व ग्रामीण भी मौजूद रहे।

बाद में एसडीएम द्वारा तात्कालिक सहायता राशि के रूप में 50 हजार रुपए दिए जाने के बाद आंदोलन समाप्त हुआ। गौरतलब है कि इस मामले में आईजी ने टीआई, 2 एसआई समेत 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।

गौरतलब है कि 13 लाख रुपए चोरी के आरोप में पुलिस ने भटगांव थानांतर्गत ग्राम सलका-अधिना निवासी पंकज बेक पिता अमीरसाय 30 वर्ष को रविवार की दोपहर हिरासत (Suicide in police custody) में लिया था। रात में वह साइबर सेल स्थित हिरासत से भाग निकला था और डॉ. परमार के हॉस्पिटल के विंडो कूलर में पाइप के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

मामले में मजिस्ट्रेट्स की उपस्थिति में शव का पीएम (Suicide in police custody) कराकर परिजनों को सौंप दिया गया था। परिजन शव लेकर लटोरी पहुंच चुके थे। इसी बीच भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया व भाजयुमो जिलाध्यक्ष निश्चल प्रताप सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अस्पताल पहुंचकर पहले हंगामा किया फिर शव को वापस भगवानपुर तक मंगाया।

इसके बाद बनारस मार्ग (Banaras road jammed) पर शव रखकर उन्होंने पुलिस विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने पुलिस द्वारा हिरासत में उससे काफी मारपीट करने का आरोप लगाते हुए फिर से शव का पीएम कराने की मांग की। इस दौरान सरगुजा के प्रभारी एसपी टीआर कोशिमा, सूरजपुर एसपी जीएस जायसवाल समेत दोनों जिले के पुलिस बल की मौजूदगी रही।

50 लाख मुआवजे की मांग
भाजपाइयों (BJP) ने मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा या नौकरी देने की मांग की। इसके अलावा न्यायिक जांच करने, दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने की भी मांग की। इस पर एसडीएम ने तात्कालिक सहायता राशि के रूप में मृतक के परिजनों को 50 हजार रुपए प्रदान किए।

वहीं सरगुजा के प्रभारी एसपी व सूरजपुर एसपी ने आंदोलनकारियों से कहा कि शव का पीएम न्यायिक मजिस्ट्रेट्स की उपस्थिति में किया गया है, इसलिए शंका का कोई सवाल ही नहीं है। इसके बाद उन्होंने आंदोलन समाप्त कर दिया।

दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
आंदोलन समाप्त होने के बाद परिजन शव को गृहग्राम ले गए। यहां गमगीन माहौल में शाम को उसका अंतिम संस्कार (Funeral) किया गया। मृतक के परिवार में उसके माता-पिता व छोटे भाई-बहन के अलावा पत्नी व 2 बच्चे भी हैं।

आंदोलन के दौरान सभी मौके पर मौजूद थे। इस दौरान पत्नी शव से लिपटकर बिलखती रही। पति की मौत से वह जहां सदमे में है वहीं मासूम पुत्र-पुत्री के सिर से पिता का साया उठ गया है

पुलिस हिरासत से भागकर आत्महत्या : भाजयुमो ने सड़क पर शव रखकर मांगा 50 लाख मुआवजा, 2 घंटे बनारस मार्ग जाम</span;>

Suicide in police custody : पोस्टमार्टम के बाद परिजन घर ले जा रहे थे शव लेकिन भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने रास्ते में रोक कर सड़क पर किया प्रदर्शन

स गकर चोरी के अभियुक्त द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide in police custody) के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पीएम पश्चात युवक के परिजन शव लेकर घर जा रहे थे, इसी बीच भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने उन्हें बीच रास्ते से वापस बुला लिया, फिर उन्होंने बनारस मार्ग पर शव रखकर पुलिस विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

उन्होंने शव (Suicide in police custody) का फिर से पीएम कराने, मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा या नौकरी सहित अन्य मांगों को लेकर करीब 2 घंटे तक चक्काजाम कर दिया। इस दौरान मृतक की पत्नी, माता-पिता, भाई-बहन व ग्रामीण भी मौजूद रहे।

बाद में एसडीएम द्वारा तात्कालिक सहायता राशि के रूप में 50 हजार रुपए दिए जाने के बाद आंदोलन समाप्त हुआ। गौरतलब है कि इस मामले में आईजी ने टीआई, 2 एसआई समेत 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।

गौरतलब है कि 13 लाख रुपए चोरी के आरोप में पुलिस ने भटगांव थानांतर्गत ग्राम सलका-अधिना निवासी पंकज बेक पिता अमीरसाय 30 वर्ष को रविवार की दोपहर हिरासत (Suicide in police custody) में लिया था। रात में वह साइबर सेल स्थित हिरासत से भाग निकला था और डॉ. परमार के हॉस्पिटल के विंडो कूलर में पाइप के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

मामले में मजिस्ट्रेट्स की उपस्थिति में शव का पीएम (Suicide in police custody) कराकर परिजनों को सौंप दिया गया था। परिजन शव लेकर लटोरी पहुंच चुके थे। इसी बीच भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया व भाजयुमो जिलाध्यक्ष निश्चल प्रताप सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अस्पताल पहुंचकर पहले हंगामा किया फिर शव को वापस भगवानपुर तक मंगाया।

इसके बाद बनारस मार्ग (Banaras road jammed) पर शव रखकर उन्होंने पुलिस विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने पुलिस द्वारा हिरासत में उससे काफी मारपीट करने का आरोप लगाते हुए फिर से शव का पीएम कराने की मांग की। इस दौरान सरगुजा के प्रभारी एसपी टीआर कोशिमा, सूरजपुर एसपी जीएस जायसवाल समेत दोनों जिले के पुलिस बल की मौजूदगी रही।

50 लाख मुआवजे की मांग
भाजपाइयों (BJP) ने मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा या नौकरी देने की मांग की। इसके अलावा न्यायिक जांच करने, दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने की भी मांग की। इस पर एसडीएम ने तात्कालिक सहायता राशि के रूप में मृतक के परिजनों को 50 हजार रुपए प्रदान किए।

वहीं सरगुजा के प्रभारी एसपी व सूरजपुर एसपी ने आंदोलनकारियों से कहा कि शव का पीएम न्यायिक मजिस्ट्रेट्स की उपस्थिति में किया गया है, इसलिए शंका का कोई सवाल ही नहीं है। इसके बाद उन्होंने आंदोलन समाप्त कर दिया।

दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
आंदोलन समाप्त होने के बाद परिजन शव को गृहग्राम ले गए। यहां गमगीन माहौल में शाम को उसका अंतिम संस्कार (Funeral) किया गया। मृतक के परिवार में उसके माता-पिता व छोटे भाई-बहन के अलावा पत्नी व 2 बच्चे भी हैं।

आंदोलन के दौरान सभी मौके पर मौजूद थे। इस दौरान पत्नी शव से लिपटकर बिलखती रही। पति की मौत से वह जहां सदमे में है वहीं मासूम पुत्र-पुत्री के सिर से पिता का साया उठ गया है।

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